Abhinav Arora Drama: Child Baba Scam की सच्चाई

आजकल सोशल मीडिया पर Abhinav Arora Child Baba Scam का नाम चर्चा में है। उन्हें Child Baba Scam का आरोप लगाया जा रहा है, जिसमें उन्होंने खुद को बाबा के रूप में पेश किया और लोगों को गुमराह किया। हालांकि, यह सिर्फ एक social media drama था और इसमें किसी भी प्रकार के इलाज का दावा नहीं किया गया था।

क्या है Child Baba Scam?

Abhinav Arora ने सोशल मीडिया पर खुद को एक spiritual personality के रूप में दिखाया। उन्होंने वीडियो और पोस्ट के जरिए ध्यान आकर्षित किया, लेकिन उनका असली उद्देश्य केवल फॉलोअर्स और व्यूज बढ़ाना था। यह सब सिर्फ एक publicity stunt था, और इसके पीछे कोई धार्मिक उद्देश्य नहीं था।

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कैसे हुआ खुलासा?

जब सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने उनकी गतिविधियों पर गौर किया, तो पता चला कि यह सिर्फ एक drama था। उनके दावे और वीडियो किसी भी प्रकार के चमत्कारी इलाज या शक्ति के बारे में नहीं थे। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं ने इसे एक्सपोज़ किया, जिससे मामला वायरल हो गया और ध्यान आकर्षित हुआ।

सोशल मीडिया पर बवाल

यह मामला सोशल मीडिया पर #AbhinavAroraDrama और #ChildBabaScam जैसे हैशटैग के साथ ट्रेंड करने लगा। कई लोगों ने इसे सिर्फ attention-seeking act मानते हुए इसे खारिज किया, जबकि कुछ ने इसे जानबूझकर धोखाधड़ी का मामला बताया। यह पूरे सोशल मीडिया समुदाय में चर्चा का विषय बन गया।

बाबा बागेश्वर और अन्य संतों की प्रतिक्रिया

इस मामले पर बाबा बागेश्वर और अन्य संतों ने अब तक कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, धार्मिक समुदाय का मानना है कि ऐसे सोशल मीडिया ड्रामा से लोगों की धार्मिक भावनाएं प्रभावित हो सकती हैं। कई संत इसे गुमराह करने का तरीका मानते हैं, जो समाज के लिए हानिकारक हो सकता है।

Abhinav Arora Child Baba Scam (इस विवाद से क्या सीखें?)

Social Media पर सतर्क रहें– सोशल मीडिया पर किसी भी व्यक्ति की authenticity जांचें।

Digital Drama को समझें– कई लोग सोशल मीडिया पर attention पाने के लिए गलत तरीके अपनाते हैं।

Awareness फैलाएं: गलत जानकारी फैलाने वाले कंटेंट को रिपोर्ट करें और दूसरों को जागरूक करें।

निष्कर्ष

Abhinav Arora Drama ने यह साबित किया कि सोशल मीडिया पर किसी भी व्यक्ति की छवि को आसानी से गढ़ा जा सकता है। इस मामले ने यह सिखाया कि सोशल मीडिया पर blind trust नहीं किया जाना चाहिए, और हमें हर बात पर सोच-समझकर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

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